ज्ञानकोश

प्राचीन भारतीय इतिहास : 15 – मगध साम्राज्य

मगध के उत्थान के कारण मगध प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। यह आधुनिक बिहार राज्य के पटना और गया जिले में फैला हुआ था। महाजनपदों में मगध, कोसल, वत्स एवं अवन्ती सबसे अधिक शक्तिशाली राज्य थे। धीरे-धीर मगध ने अन्य तीन महाजनपदों को पराजित करके अपने साम्राज्य में मिला लिया। इसकी

प्राचीन भारतीय इतिहास : 14 – बौद्ध साहित्य

हीनयान सम्प्रदाय साहित्य बौद्ध धर्म से सम्बंधित ग्रन्थ व पुस्तकें प्राचीन काल से लिखी जानी प्रारम्भ हुई थी। छठवीं शताब्दी में बौद्ध धर्म के उदय के पश्चात् ही बौद्ध धर्म व दर्शन पर ग्रंथों की रचना की जाने लगी। यह ग्रन्थ अथवा धार्मिक पुस्तकें भारत के प्राचीन इतिहास की जानकारी प्राप्त करने के लिए अत्यंत

प्राचीन भारतीय इतिहास : 13 – बौद्ध धर्म का उदय

बौद्ध धर्म की स्थापना छठवीं शताब्दी में गौतम बुद्ध द्वारा की गयी थी। बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में नेपाल के लुम्बिनी में हुआ था। उनकी मृत्यु 483 ईसा पूर्व में भारत में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुई थी। आरम्भ में बौद्ध धर्म का प्रचार भारत के विभिन्न हिस्सों में हुआ। भारत के

प्राचीन भारतीय इतिहास : 12 – जैन साहित्य

जैन साहित्य अत्यंत विशाल है, यह अधिकतर अपभ्रंश, प्राकृत और संस्कृत भाषा में लिखा गया है। महावीर स्वामी की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र मगध रहा, इसलिए उन्होंने उपदेश भी लोक भाषा आर्धमागधी में दिए। महावीर स्वामी के उपदेश जैन आगमों में सुरक्षित हैं। जैन धर्म के श्वेताम्बर समुदाय द्वारा आगमों को प्रमाणिक माना जाता है,

प्राचीन भारतीय इतिहास : 11 – जैन धर्म का उदय

जैन शब्द संस्कृत शब्द जिन से बना है, जिसका अर्थ है – विजेता। जो अपने मन, वाणी व शरीर पर नियंत्रण प्राप्त कर लेता है, उसे जिन कहा जाता है। जैन धर्म में वस्त्रहीन शरीर, शाकाहारी भोजन और निर्मल वाणी जैसे सिद्धांतों का पालन किया जाता है। जैन महात्मा को निर्ग्रन्थ कहा जाता है जबकि