रानी मनगम्मल, मदुरई
बुनियादी ढाँचे को विकसित करने के लिए प्रसिद्ध रानी मनगम्मल मदुरई के चोक्कनाथ नायक (1659-82) की रानी थीं। जब उनके पोते विजयरंगा चोकणकथा को ताज पहनाया गया तो वह मात्र तीन माह का था। उन्होने उसके संरक्षक के रूप में शासन किया। उनके पुत्र रंगा कृष्ण विरप्पा नायक की 1689 में एक छोटे से शासन