High Ambition Coalition on Biodiversity Beyond National Jurisdiction क्या है?

11 फरवरी, 2022 को वन ओशन समिट (One Ocean Summit) के अंतिम दिन, “राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे जैव विविधता पर उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन” (High Ambition Coalition (HAC) on biodiversity beyond national jurisdiction (BBNJ)) पर घोषणा पेश की गई।

मुख्य बिंदु

  • वन ओशन समिट (One Ocean Summit) का आयोजन फ्रांस के राष्ट्रपति के नेतृत्व में किया गया था।
  • राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे समुद्री जैविक विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए नई अंतर्राष्ट्रीय कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि पर “चौथे अंतर सरकारी सम्मेलन” के लिए मार्च 2022 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में दुनिया भर के वार्ताकार एकत्रित होंगे।

BBNJ संधि

BBNJ संधि को “Treaty of the High Seas” के रूप में भी जाना जाता है। यह राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे क्षेत्रों की समुद्री जैविक विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग पर एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है। इस पर फिलहाल संयुक्त राष्ट्र में बातचीत चल रही है। यह नई संधि समुद्र के कानून पर संयुक्त सम्मेलन (United Convention on the Law of the Sea – UNCLOS) के ढांचे के भीतर विकसित की जा रही है, जो समुद्र में मानव गतिविधियों को नियंत्रित करने वाला एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समझौता है।

BBNJ पर उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन (High Ambition Coalition (HAC) on BBNJ)

HAC उन पार्टियों को इकट्ठा करता है जो संयुक्त राष्ट्र के तहत उच्च समुद्र की संधि पर चल रही वार्ता के महत्वाकांक्षी परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

संधि का महत्व

BBNJ संधि समुद्र शासन में कमियों को भरने और कमजोरियों को दूर करने का अवसर प्रदान करती है। यह समुद्रों पर सीमा पार प्रदूषण को संबोधित करने और प्रबंधित करने के लिए सार्थक कार्रवाई करने का अवसर भी प्रदान करती है। उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन (HAC) द्वारा यह घोषणा समुद्र पर बढ़ते दबाव के साथ उच्च समुद्रों पर जैव विविधता की रक्षा के लिए एक स्वागत योग्य कदम है।

इसमें कौन से देश शामिल हुए हैं?

11 फरवरी तक ऑस्ट्रेलिया, चिली, कनाडा, कोमोरोस, कोलंबिया, भारत, मोनाको, मिस्र, पेरू, मोरक्को, नॉर्वे, कांगो गणराज्य, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, टोगो, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ और इसके 27 सदस्य देश इस गठबंधन में शामिल हो गए हैं।

राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से बाहर के क्षेत्र कौन से हैं?

राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से बाहर के क्षेत्रों में समुद्र का 95% हिस्सा है। यह क्षेत्र मानवता को अमूल्य आर्थिक, पारिस्थितिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और खाद्य-सुरक्षा लाभ प्रदान करता है।

चिंताएं 

राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से बाहर के क्षेत्र अब बढ़ते खतरों, अतिदोहन, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति संवेदनशील हैं। भोजन, जैव प्रौद्योगिकी या खनिजों के लिए समुद्री संसाधनों की बढ़ती मांग से इस समस्या के और बढ़ने का खतरा है।

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