Questions Archive

‘Fncas9 एडिटर लिंक्ड यूनिफॉर्म डिटेक्शन एसे’- फेलूदा, जो हाल ही में सुर्ख़ियों में था, किस प्रक्रिया से जुड़ा है?

उत्तर – कोरोनावायरस का परीक्षण नई दिल्ली स्थित आईजीआईबी (इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी) के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के शोधकर्ताओं की सात-सदस्यीय टीम ने कोरोनावायरस का पता लगाने के लिए कम लागत वाली निदान पद्धति विकसित की है। फेलुदा का पूर्ण स्वरुप ‘Fncas9 एडिटर लिंक्ड यूनिफॉर्म डिटेक्शन एसे’ है, जो इस

कोविड-19 से निपटने के प्रयासों में किस राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ने ‘आप्तमित्र’ हेल्पलाइन और मोबाइल एप्प लांच की है?

उत्तर – कर्नाटक कर्नाटक सरकार ने COVID -19 से लड़ने के लिए “आप्तमित्र” मोबाइल एप्लीकेशन और हेल्पलाइन शुरू की है। इस एप्लीकेशन को राज्य के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा द्वारा लॉन्च किया गया है। इस एप्लीकेशन का उद्देश्य COVID-19 पर चिकित्सा मार्गदर्शन और सलाह प्रदान करना है। जब किसी व्यक्ति में COVID-19 के लक्षण होते हैं,

सुप्रीम कोर्ट ने किस राज्य के पहले के आदेश को रद्द कर दिया, जिसने अनुसूचित क्षेत्रों के स्कूलों में एसटी शिक्षकों को 100% आरक्षण प्रदान किया था?

उत्तर – आंध्र प्रदेश न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने आंध्र प्रदेश के पहले के आदेश को खारिज कर दिया, इस अध्यादेश के द्वेअरा अनुसूचित क्षेत्रों के स्कूलों में एसटी शिक्षकों को 100% आरक्षण प्रदान किया था।

हाल ही में कोविड-19 से लड़ने वाले स्वास्थ्य पेशेवरों के खिलाफ हिंसा करने वाले व्यक्तियों को दंडित करने के लिए किस अधिनियम को संशोधित करते हुए एक अध्यादेश जारी किया गया है?

उत्तर – महामारी रोग अधिनियम, 1897 भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अध्यादेश के प्रख्यापन को मंजूरी दे दी, जो COVID-19 महामारी से लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसक कार्य को संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध मानता है। इस अध्यादेश के द्वारा महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन किया गया है। हिंसात्मक घटनाओं के लिए

मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम का नाम क्या है, जो लोगों और संगठनों को ई-लर्निंग के लिए संसाधनों का योगदान करने के लिए आमंत्रित करता है?

उत्तर – विद्या दान 2.0 22 अप्रैल, 2020 को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने DIKSHA प्लेटफार्म पर विद्यादान 2.0 लांच किया। इसका मुख्य उद्देश्य ई-लर्निंग सामग्री का योगदान देना है और बच्चों को देश में कहीं भी और कभी भी अपने सीखने को जारी रखने में मदद करना है। COVID-19 से उत्पन्न स्थिति की पृष्ठभूमि