14 अप्रैल : अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti)

भारत में हर साल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) या भीम जयंती मनाई जाती है। इस दिन को अंबेडकर स्मरण दिवस भी कहा जाता है। 2015 से, 14 अप्रैल को भारत में आधिकारिक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है। भीम राव अंबेडकर उनका पूरा नाम भीमराव रामजी अंबेडकर था। अंबेडकर का जन्म

महात्मा ज्योतिबा फुले (Mahatma Jyotiba Phule) की जयंती मनाई गई

महात्मा ज्योतिबा फुले (Mahatma Jyotiba Phule) जयंती हर साल 11 अप्रैल को एक सामाजिक कार्यकर्ता, विचारक, लेखक और जाति-विरोधी समाज सुधारक ज्योतिराव गोविंदराव फुले (Jyotirao Govindrao Phule) के कार्यों को याद करने के लिए मनाई जाती है, जिनका जन्म 1827 में महाराष्ट्र में हुआ था। ज्योतिबा फुले ने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर

भारत की अंजलि शर्मा (Anjali Sharma) ने माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई की

भारत की एक पर्वतारोही अंजलि शर्मा (Anjali Sharma) ने अफ्रीका में माउंट किलिमंजारो (Mount Kilimanjaro) की चोटी पर पारंपरिक गद्दी पोषक या लुआंचड़ी (Luanchadi) पहनकर सफलतापूर्वक चढ़ाई करके इतिहास रच दिया है। वह गद्दी की पोशाक पहनकर यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला हैं, और उनका लक्ष्य पर्वत चोटियों पर गद्दी संस्कृति को

बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा (Bodofa Upendranath Brahma) कौन थे?

बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा एक प्रमुख बोडो सामाजिक कार्यकर्ता और ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष थे। उनका जन्म 31 मार्च, 1956 को  असम के कोकराझार जिले के डोटमा के बोरागरी गाँव में हुआ था। नेतृत्व और सक्रियता बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा 1978-79 में गोलपारा जिला छात्र संघ के अध्यक्ष बने। बाद में उन्हें 1986 में ऑल बोडो

सर एम. विश्वेश्वरैया (Sir M Visvesvaraya) कौन थे?

सर एम.  (Sir M. Visvesvaraya) एक भारतीय सिविल इंजीनियर, प्रशासक और राजनेता थे। 15 सितंबर, 1861 को तत्कालीन मैसूर राज्य के मुद्देनहल्ली गांव में जन्मे सर एम. विश्वेश्वरैया ने मैसूर राज्य और पूरे भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इंजीनियरिंग, शिक्षा और सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में उनके योगदान ने उन्हें भारतीय इतिहास