असम राइफल्स Current Affairs

24 मार्च : असम राइफल्स का स्थापना दिवस (Raising Day of Assam Rifles)

24 मार्च असम राइफल्स स्थापना दिवस मनाया जाता है। असम राइफल्स भारत का सबसे पुराना अर्धसैनिक बल है। इसकी शुरुआत यह ब्रिटिश राज के तहत 1835 में हुई थी। असम राइफल्स के बारे में 5 रोचक तथ्य 1.  यह दोहरी नियंत्रण संरचना वाला एकमात्र अर्धसैनिक बल असम राइफल्स है। इसका मतलब है कि इसका नियंत्रण

ऑपरेशन दुधी (Operation Dudhi) क्या है?

हाल ही में ऑपरेशन दुधी (Operation Dudhi) के जीवित सैनिकों को असम राइफल्स द्वारा सम्मानित किया गया। 1991 में, असम राइफल्स द्वारा जम्मू और कश्मीर में किए गए एक एकल आतंकवाद विरोधी अभियान में 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया था। ऑपरेशन दुधी क्या था? यह ऑपरेशन असम राइफल्स द्वारा किया गया था, यह 1990

24 मार्च : असम राइफल्स का स्थापना दिवस (Raising Day of Assam Rifles)

24 मार्च असम राइफल्स स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस बार असम राइफल्स का 187वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। असम राइफल्स भारत का सबसे पुराना अर्धसैनिक बल है। इसकी शुरुआत यह ब्रिटिश राज के तहत 1835 में हुई थी। असम राइफल्स के बारे में 5 रोचक तथ्य 1.  यह दोहरी नियंत्रण संरचना वाला एकमात्र

‘शहीद’ (Martyrs) जैसा कोई आधिकारिक नामकरण (nomenclature) नहीं है : गृह मंत्रालय

8 दिसंबर, 2021 को गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में जानकारी दी कि शहीद (Martyrs) जैसा कोई आधिकारिक नामकरण (nomenclature) नहीं है। मुख्य बिंदु गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने ‘शहीद की स्थिति के बारे में सरकार की कोई योजना है’ के सवाल के लिखित जवाब में कहा कि ऐसा कोई आधिकारिक नामकरण नहीं है। हालांकि,

लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप चंद्रन नायर (Pradeep Chandran Nair) बने असम राइफल्स के महानिदेशक

हाल ही में लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप चंद्रन नायर (Pradeep Chandran Nair) ने असम राइफल्स (Assam Rifles) के महानिदेशक का कार्यभार संभाला। वे असम राइफल्स के 21वें महानिदेशक बन गये हैं। वे पहले असम राइफल्स में इंस्पेक्टर जनरल और कंपनी कमांडर के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वे ब्रिगेड कमांडर भी रहे