भारत-चीन सम्बन्ध Current Affairs

भारत-चीन व्यापार सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा

आंकड़ों के अनुसार, भारत और चीन के बीच व्यापार 2022 में 135.98 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जबकि बीजिंग के साथ नई दिल्ली का व्यापार घाटा पहली बार 100 बिलियन अमरीकी डालर के आंकड़े को पार कर गया। यह 2021 में दर्ज 125 बिलियन अमरीकी डालर से उल्लेखनीय वृद्धि है। 

चीन के साथ भारत के द्विपक्षीय व्यापार में 43% वृद्धि हुई

चीनी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, चीन से आयात पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भरता पर जोर देने के भारत के उपायों के बावजूद, चीन के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 2021 में 43.3% बढ़ा है। मुख्य बिंदु वर्ष 2021 में चीन से भारत का आयात बढ़कर 97.5 बिलियन डॉलर हो गया। 2020 में आयात

चीन ने नया सीमा कानून लागू किया

चीन ने पहली बार देश के सीमावर्ती क्षेत्रों के “संरक्षण और शोषण” (protection and exploitation) पर एक राष्ट्रीय कानून बनाया है। मुख्य बिंदु  नए सीमा कानून का समय महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत के साथ लगातार संघर्ष कर रहा है। कानून का उद्देश्य चीनी मीडिया के अनुसार, क्षेत्रीय तनाव के

संसदीय पैनल ने चीन के साथ जल समझौते के लिए सिफारिश की

संसदीय पैनल ने लोकसभा के समक्ष अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत की चीन के साथ कोई जल संधि नहीं है। हालांकि, दोनों देशों ने ब्रह्मपुत्र और सतलुज नदियों पर एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। मुख्य बिंदु ब्रह्मपुत्र और सतलुज नदियों पर समझौता ज्ञापन पांच साल के लिए लागू रहेगा। इन समझौता ज्ञापनों

भारत और चीन के बीच 12वें दौर की सैन्य स्तरीय वार्ता आयोजित की गयी

पूर्वी लद्दाख में 14 महीने से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए शेष बिंदुओं को हटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए भारत और चीन ने शनिवार को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का एक और दौर आयोजित किया। मुख्य बिंदु  LAC के चीनी पक्ष में मोल्दो सीमा चौकी पर 12वें दौर की