Gaganyaan Current Affairs

गगनयान मिशन: इसरो और नौसेना ने परीक्षण आयोजित किया

गगनयान (Gaganyaan) इसरो का मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है। इसके 2024 में लॉन्च होने की उम्मीद है। भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों ने मिशन में अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने के लिए रूस के ROSCOSMOS से अपना प्रशिक्षण प्राप्त किया। HAL ने क्रू मॉड्यूल का डिजाइन और निर्माण किया। DRDO अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भोजन , पैराशूट और अग्नि

Mission Gaganyaan : इसरो ने सॉलिड रॉकेट बूस्टर HS-200 का परीक्षण किया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने हाल ही में HS200 सॉलिड रॉकेट बूस्टर का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण कहाँ आयोजित किया गया? यह परीक्षण सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) में किया गया था। HS200 सॉलिड रॉकेट बूस्टर क्या है? यह S200 रॉकेट बूस्टर का मानव-रेटेड संस्करण है। दो HS200 बूस्टर जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट

ISRO-JAXA ने चन्द्र ध्रुवीय अन्वेषण (Lunar Polar Exploration) पर सहयोग की समीक्षा की

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने 11 मार्च, 2021 को पृथ्वी अवलोकन, चंद्र सहयोग और उपग्रह नेविगेशन सहित सहयोग की समीक्षा की। मुख्य बिंदु दोनों देशों की अंतरिक्ष एजेंसियों ने “अंतरिक्ष स्थिति संबंधी जागरूकता और पेशेवर विनिमय कार्यक्रम” (Space Situational Awareness and Professional Exchange Programme) में सहयोग के बारे

2022 में लांच किया जायेगा चंद्रयान-3

हाल ही में इसरो के चेयरमैन के. सिवान ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी ने इसरो के कई प्रोजेक्ट्स को प्रभावित किया है, इसमें चंद्रयान-3 और गगनयान शामिल हैं। भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन वर्ष 2022  में चंद्रयान-3 को लांच करने के लिए कार्य कर रहा है। हालाँकि यह मिशन वर्ष 2020 में लांच किया जाना था,

ग्रीन प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी विकसित कर रहा है इसरो

इसरो “ग्रीन प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी” विकसित कर रहा है। यह टेक्नोलॉजी भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन  गगनयान के लिए विकसित की जा रही है, जिसे दिसंबर 2021 में लॉन्च किया जाना है। प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी क्या है? प्रोपल्शन का मतलब होता है आगे बढ़ना या किसी वस्तु को आगे बढ़ाना। रॉकेट और हवाई जहाज में, न्यूटन के तीसरे