ISRO Current Affairs

INSAT-3DS उपग्रह को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने उन्नत मौसम उपग्रह INSAT-3DS को आगामी प्रक्षेपण के लिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) के लिए हरी झंडी दिखा दी है। 2275 किलोग्राम के उपग्रह ने बेंगलुरु में इसरो के यू.आर. राव सैटेलाइट सेंटर में असेंबली, एकीकरण और परीक्षण पूरा कर लिया है। अब यह GSLV

XPoSat मिशन क्या है?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 1 जनवरी को प्रस्तावित अपने अग्रणी पोलारिमेट्री मिशन, XPoSat के प्रत्याशित लॉन्च के साथ नए साल की शुरुआत करने की तैयारी कर रहा है। यह मिशन देश की तीसरी अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला के रूप में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। खगोलीय अंतर्दृष्टि के लिए पोलारिमेट्री XPoSat मिशन का प्राथमिक उद्देश्य

इसरो का उड़ान परीक्षण वाहन अबार्ट मिशन : मुख्य बिंदु

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान में एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर के लिए तैयारी कर रहा है। मुख्य बिंदु एबॉर्ट मिशन टेस्ट: इसरो उड़ान परीक्षण वाहन एबॉर्ट मिशन का संचालन करने के लिए तैयार है, जो गगनयान कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह परीक्षा आगामी शनिवार को सुबह

इसरो ने आदित्य L1 मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 1.5 मिलियन किलोमीटर की दूरी से सूर्य का अध्ययन करने के लिए डिज़ाइन की गई वेधशाला, आदित्य L1 अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक लॉन्च करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। लॉन्च में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) का उपयोग किया गया। आदित्य L1 धीरे-धीरे अपने अंतिम गंतव्य

ऑस्ट्रेलिया में मिला इसरो के रॉकेट का मलबा

हाल ही में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के तट पर एक दिलचस्प खोज हुई, जहां एक बड़ी वस्तु मिली। ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी ने पुष्टि की है कि यह वस्तु भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के रॉकेट का मलबा है। मुख्य बिंदु पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के तटों पर पाए गए मलबे को ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी ने इसरो रॉकेट के