HOPE: UAE का मंगल मिशन
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने मंगल की कक्षा में होप नामक एक प्रोब को भेजा है। इसके साथ ही यह अमेरिका, सोवियत संघ, यूरोप और भारत के बाद अंतरिक्ष यान को मंगल की कक्षा में लॉन्च करने वाला पांचवा देश बन गया है।
मुख्य बिंदु
- इस अंतरिक्ष यान को सात महीने पहले पृथ्वी से लांच किया गया था।
- कक्षा में अंतरिक्ष यान के सफल प्रक्षेपण के साथ, यूएई के वैज्ञानिक अब ग्रह के वायुमंडल का अध्ययन कर सकते हैं।
- इस अंतरिक्ष यान में ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के परमाणुओं की अंतरिक्ष में प्रतिक्रिया का अध्ययन करने के लिए तीन उपकरण हैं।
- होप अंतरिक्ष यान मार्स की शानदार, हाई-रिज़ॉल्यूशन चित्र भी लेगा।
एमिरेट्स मार्स मिशन
यह मंगल के लिए =यूएई अंतरिक्ष एजेंसी का मिशन है। इस प्रक्रिया में यूएई ने 19 जुलाई, 2020 को होप ऑर्बिटर लॉन्च किया था। ऑर्बिटर 9 फरवरी, 2021 को मंगल पर पहुंचा। इसे जापान के तनेगाशिमा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। इस ऑर्बिटर को मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज़ H-IIA लॉन्च व्हीकल के साथ लॉन्च किया गया था।
विकास
मार्स मिशन के डिजाइन, विकास और संचालन का नेतृत्व मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर (MBRSC) द्वारा किया गया है। यह MBRSC द्वारा कोलोराडो विश्वविद्यालय में एटमॉस्फेरिक एंड स्पेस फिजिक्स (एलएएसपी) प्रयोगशाला के सहयोग से विकसित किया गया था। इस मिशन को एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (एएसयू) की मदद से भी विकसित किया गया था। अंत में, अंतरिक्ष यान कोलोराडो विश्वविद्यालय में असेंबल किया गया था।
मिशन का उद्देश्य
यह अंतरिक्ष मिशन दैनिक और मौसमी मौसम चक्र, मौसम की घटनाओं जैसे निचले वातावरण में धूल के तूफान पर अध्ययन करेगा। यह अध्ययन करेगा कि मंगल के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम कैसे बदलता है।
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