IIT मद्रास में भारत का पहला 3D प्रिंटेड घर बनाया गया
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने IIT मद्रास में पहले 3D प्रिंटेड घर का उद्घाटन किया।
मुख्य बिंदु
- इस घर का निर्माण स्वदेशी 3D प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके किया गया है।
- इसे सिर्फ पांच दिनों में बनाया गया था।
- इसे TVASTA Manufacturing solutions द्वारा पूर्व IIT-M के छात्रों के कांसेप्ट पर बनाया गया है।
3D प्रिंटिंग क्या है?
- 3D प्रिंटिंग डिजिटल निर्देशों के माध्यम से तीन आयामी वस्तुओं को बनाने की एक प्रक्रिया है। इसे Additive manufacturing भी कहा जाता है।
- 3D प्रिंटिंग का वैश्विक बाजार 2024 तक 8 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
भारत में 3D प्रिंटिंग
2020 में, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एडिटिव विनिर्माण के लिए राष्ट्रीय रणनीति जारी की थी।
Additive Manufacturing में भारत का वैश्विक बाजार में केवल 1.4% हिस्सा है। आसियान समूह के भीतर एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग मार्केट में सिंगापुर, थाईलैंड और मलेशिया का हिस्सा लगभग 80% है।
Additive Manufacturing के लिए राष्ट्रीय रणनीति
इसका प्रमुख लक्ष्य भारत को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के लिए ग्लोबल हब के रूप में स्थापित करना है। यह भारत में 3D प्रिंटिंग में निम्नलिखित चुनौतियों का समाधान करेगा:
- निर्माण की गति
- डेटा प्रारूप
- Additive Manufacturing मानकों का अभाव
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