IOC मथुरा में भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट बनाएगी
भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी IOC (Indian Oil Corporation) मथुरा में अपनी रिफाइनरी में देश का पहला ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ प्लांट बनाएगी। यह निर्णय ऊर्जा के स्वच्छ रूपों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए भविष्य की तैयारी की दृष्टि से लिया गया है।
मुख्य बिंदु
- यह परियोजना भारत की पहली हरित हाइड्रोजन इकाई होगी।
- इससे पहले, प्राकृतिक गैस जैसे जीवाश्म ईंधन का उपयोग करने वाली ‘ग्रे हाइड्रोजन’ उत्पादन परियोजनाओं की घोषणा की गई है।
- IOC द्वारा कई हाइड्रोजन उत्पादन इकाइयां स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है।
- हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलने वाली बसें सड़कों पर चल रही हैं, इसलिए हाइड्रोजन पावर प्लांट लगाना जरूरी है।
हाइड्रोजन प्लांट के प्रकार
- हाइड्रोजन नवीनतम चर्चा है क्योंकि यह एक स्वच्छ ईंधन है लेकिन इसके निर्माण से कार्बन उप-उत्पादों उत्पन्न होते हैं और यह ऊर्जा-गहन (energy-intensive) है।
- कोयले के गैसीकरण की प्रक्रिया के माध्यम से ब्राउन हाइड्रोजन (brown hydrogen) का निर्माण होता है जबकि इस प्रक्रिया से कार्बन अपशिष्ट बाहर निकल जाता है।
- ब्लू हाइड्रोजन कार्बन कैप्चर का उपयोग करता है।
- परम स्वच्छ हाइड्रोजन संसाधन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन है और यह हाइड्रोजन ईंधन बनाने के लिए अक्षय ऊर्जा का उपयोग करता है।
- हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन भी कहा जाता है।
भारत में स्वच्छ ऊर्जा का महत्व
पूर्वानुमान बताते हैं कि भारतीय ईंधन की मांग 2040 तक 250 मिलियन टन के मुकाबले 400-450 मिलियन टन तक पहुंच जाएगी और इसलिए, सीएनजी, एलएनजी, इथेनॉल और बायोडीजल में निवेश करना महत्वपूर्ण होगा।
IOC
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) एक सरकारी स्वामित्व वाली गैस और तेल कंपनी है जिसकी स्थापना वर्ष 1959 में हुई थी। इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है और इसके वर्तमान अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य हैं।
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