Langya Henipavirus: चीन में मिला नया जूनोटिक वायरस, जानिए कैसे फैलता है यह वायरस?

2019 में घातक कोरोनावायरस का पता चलने के बाद, एक और जूनोटिक वायरस, लैंग्या, हाल ही में चीन में खोजा गया। यह एक प्रकार का हेनिपावायरस है, और इसे लैंग्या हेनिपावायरस (Langya Henipavirus) या LayV भी कहा जाता है। यह चीन के शेडोंग और हेनान प्रांतों में पाया गया और अब तक 35 लोगों को संक्रमित कर चुका है।

हेनिपावायरस (Henipavirus)

लैंग्या वायरस एक फ़ाइलोजेनेटिक रूप से अलग हेनिपावायरस है। हेनिपावायरस को जैव सुरक्षा स्तर 4 (BSL4) रोगजनकों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह जानवरों और मनुष्यों में गंभीर बीमारी के लिए जिम्मेदार है। लैंग्या वायरस से पहले, हेनिपावायरस श्रेणी के अन्य वायरस में शामिल हैं- हेंड्रा, सीडार , निपाह, मोजियांग और घाना बैट वायरस।

लैंग्या वायरस 

लैंग्या वायरस बुखार का कारण बनता है। हालांकि, अन्य संबंधित बीमारी की गहन जांच चल रही है। लैंग्या का जीनोम अनुक्रमण हेनिपावायरस के समान है। यह “मोजियांग हेनिपावायरस” से भी संबंधित है, जिसे चीन में खोजा गया था।

  • लैंग्या वायरस की पहचान सबसे पहले पूर्वी चीन में और हाल ही में जानवरों के संपर्क में आने वाले रोगियों के परीक्षण के दौरान की गई थी।
  • 35 रोगियों में से 26 नए लैंग्या वायरस से संक्रमित थे और कोई अन्य रोगज़नक़ नहीं था।
  • सभी 26 मरीजों को बुखार था। उन्होंने थकान, खांसी, मतली, सिरदर्द और उल्टी की भी सूचना दी।

यह नया वायरस जानवरों से इंसानों में पहुंचा है। यह वायरस मुख्य रूप से शावकों में पाया जाता है। बकरियों और कुत्तों जैसे घरेलू जानवरों में भी सेरोपोजीटिविटी का पता चला है। हालाँकि अभी मानव से मानव संचरण की पुष्टि नहीं हुई है। 

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