कर्नाटक में कनकदास जयंती (Kanakadasa Jayanthi) मनाई गई

कर्नाटक ने 15वीं शताब्दी के कवि, संत और समाज सुधारक श्री कनक दास (Kanaka Dasa) को श्रद्धांजलि देने के लिए 22 नवंबर, 2021 को “कनकदास जयंती” मनाई। मुख्य बिंदु इस अवसर पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraja Bommai) ने बेंगलुरु में कनक दास की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। कनक दास ने कीर्तन के माध्यम से सामाजिक

क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबन्ध लगाने जा रही है भारत सरकार (Cryptocurrency Ban in India)

भारत सरकार देश में निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबन्ध लगाने जा रही है। सरकार 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के लिए एक रूपरेखा तैयार करने के लिए एक विधेयक पेश करने

पुराना महल, डीग

डीग में पुराना महल भवन परिसर के पास रूप सागर के दक्षिण में स्थित है। यह जाट शासक बदन सिंह द्वारा बनवाया गया था और इसके बाहरी भाग के लिए प्रसिद्ध है। वास्तुकला के मामले में यह भवनों से बेहतर है। महल की सजावट राजपूत शैली की वास्तुकला से प्रभावित है। पुराने महल को एक

डीग का किला

डीग का किला डीग के सबसे महत्वपूर्ण स्मारकों में से एक है। डीग के किले का निर्माण भरतपुर के महान शासक सूरजमल ने करवाया था। यह डीग के शीश-महल से परे, रूप सागर के पूर्व में स्थित है। डीग किले का इतिहास जब 1722 में बदन सिंह के शासन की घोषणा की गई, तो डीग

डीग की वास्तुकला

डीग की वास्तुकला में मुगल प्रवृत्तियों का प्रभाव काफी स्पष्ट है। हालांकि डीग के जाट राजाओं ने भी डीग में वास्तुकला की एक विशेष शैली को आकार देने में पर्याप्त योगदान दिया। यहां की अधिकांश इमारतों का निर्माण जाट शासकों ने कराया है। डीग की स्थापत्य उत्कृष्टता भरतपुर के महान शासक सूरजमल के शासनकाल के