मराठा साम्राज्य का इतिहास

मराठा साम्राज्य का इतिहास भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मराठों का उदय छत्रपति शिवाजी भोंसले (1627-80 ई.) के नेतृत्व में संभव हुआ। मराठा साम्राज्य में कई कुलों का समावेश था। इतिहास के अनुसार वे राष्ट्रकूट, मौर्य, परिहार या परमार (पवार), प्रतिहार, शिलाहार, कदंब, यादव, चालुक्य और भारत के कई अन्य शाही कुलों

पैंगोंग त्सो

पैंगोंग त्सो वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व भारत-चीनी सीमा में स्थित एक खारी झील है। यह लद्दाख क्षेत्र में स्थित है। इसके पूर्व में यह काराकोरम पर्वतमाला से सुशोभित है। लद्दाखी भाषा में त्सो का मतलब वेटलैंड है। जंगल की सुंदरता का आनंद लेने के लिए पैंगोंग त्सो वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व एक आदर्श स्थान है। पैंगोंग त्सो

काराकोरम वन्यजीव अभयारण्य

काराकोरम वन्यजीव अभयारण्य लेह जिले में काराकोरम रेंज के सबसे पूर्वी भाग में स्थित है। यह चिरू या “तिब्बती मृग” की प्रवासी आबादी वाले भारत के कुछ स्थानों में से महत्वपूर्ण है। इस अभयारण्य का नाम काराकोरम पर्वतमाला के नाम पर रखा गया है। काराकोरम वन्यजीव अभयारण्य दुर्लभ और जंगली जानवरों और पौधों की एक

त्सो मोरिरी वेटलैंड कंजर्वेशन

त्सो मोरिरी वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व लद्दाख के चांगथांग क्षेत्र में स्थित है। यह लद्दाख में 4,595 मीटर (15,080 फीट) की ऊंचाई वाली एक उच्च ऊंचाई वाली झील है। यह ट्रांस-हिमालयी जैव-भौगोलिक क्षेत्र में उच्च ऊंचाई वाली झीलों में सबसे बड़ी है। आसपास के बर्फ से ढके पहाड़ों की पिघली हुई बर्फ पानी का स्रोत है

21वीं IORA मंत्रियों की परिषद की वार्षिक बैठक : मुख्य बिंदु

21वीं हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (Indian Ocean Rim Association – IORA) की वार्षिक मंत्री परिषद (COM) की बैठक 17 नवंबर, 2021 को ढाका में आयोजित की गई। मुख्य बिंदु  भारत ने वर्चुअल मोड में इस सम्मेलन में भाग लिया। भारत का नेतृत्व विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने किया। IORA COM को ढाका में