एमेरी का प्रस्ताव
भारत के विभाजन के संबंध में गांधी और जिन्ना के बीच की बात पूरी तरह से बंद हो गई थी। वार्ता की विफलता के बाद लॉर्ड वेवेल चाहते थे कि भारत की समस्या को हल करने के लिए इंग्लैंड की सरकार हस्तक्षेप करे। लॉर्ड वेवेल ने अगस्त 1944 में राज्यपालों का एक सम्मेलन आयोजित करने