पश्चिम मध्य रेलवे जोन
भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान पश्चिम मध्य रेलवे एक निजी कंपनी थी। आजादी के बाद इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया और यह भारतीय रेल सेवाओं का हिस्सा बन गया। पश्चिम मध्य रेलवे जोन 2965 किमी में फैला हुआ है और इसमें कुल 372 रेलवे स्टेशन हैं। यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए