भारत में मौसम विज्ञान का इतिहास

भारत में मौसम विज्ञान का एक समृद्ध इतिहास है। भारतीय मौसम विज्ञान में तीन प्रमुख कालखंडों में बंटा हुआ है। पहला कालखंड 600 ई.पू. se 1600 ई. तक रहा। दूसरी अवधि 1600 ईस्वी से 1800 ईस्वी तक वैज्ञानिक मौसम विज्ञान की शुरुआत के रूप में चिह्नित है, और सबसे महत्वपूर्ण तीसरी प्रमुख अवधि है जो

मध्यकालीन भारतीय नृत्य

भारत में विशाल सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत है। स्थलाकृतिक विभाजनों के बाद प्रारंभिक सभ्यताओं ने भी नृत्य और संगीत के निशान पेश किए। प्राचीन भारत में नर्तकियों ने मंदिरों में देवी-देवताओं के सम्मान में प्रदर्शन किया और उस युग में देवदासी प्रथा का उदय हुआ। हालाँकि मध्यकालीन युग के आगमन के साथ देश में नृत्य

पुष्कर मेला

राजस्थान सबसे लोकप्रिय और रंगीन मेलों में से एक पुष्कर मेला है। यह पूर्वी राजस्थान के छोटे शहर पुष्कर में आयोजित किया जाता है। यह अजमेर से 13 किमी दूर एक छोटी और खूबसूरत झील के किनारे स्थित है। मेला कार्तिक शुक्ल एकादशी से शुरू होता है और कार्तिक पूर्णिमा तक पांच दिनों तक चलता

कानून और न्याय मंत्रालय ने “एक पहल अभियान” (Ek Pahal Drive) लांच किया

कानून और न्याय मंत्रालय ने 17 सितंबर, 2021 को घर-घर न्याय दिलाने के लिए “एक पहल ड्राइव” (Ek Pahal Drive) नामक एक अखिल भारतीय विशेष अभियान शुरू किया है। मुख्य बिंदु टेली-लॉ (Tele-Law) के तहत बड़े पैमाने पर पंजीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान न्याय विभाग और

45वीं जीएसटी परिषद (GST Council) की बैठक : मुख्य बिंदु

जीएसटी परिषद (GST Council) की 45वीं बैठक की अध्यक्षता 17 सितंबर, 2021 को लखनऊ में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की। इस बैठक में पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाने पर चर्चा हुई और कई अहम फैसले लिए गए। मुख्य बिंदु पेट्रोल और डीजल के मुद्दे पर चर्चा हुई क्योंकि केरल उच्च