होयसल काल में कन्नड साहित्य
होयसल काल में कन्नड़ साहित्य साहित्यिक गतिविधियों के विकास का गवाह बना। होयसल राज्य में राजसी उपाधियों पर जोर दिया गया और कन्नड़ साहित्य ऐसे प्रतिष्ठित विद्वानों जैसे जन्ना, हरिहर, रुद्रभट्ट, राघवंका, केशीराजा और अन्य के तहत समृद्ध होने लगा। कन्नड़ साहित्य के होयसल काल के दौरान रहने वाले दो प्रसिद्ध दार्शनिकों – रामानुजाचार्य और