पश्चिम बंगाल की मंदिर मूर्तिकला
पश्चिम बंगाल की मंदिर मूर्तिकला में पाल और सेन वंश के काल को गौरवशाली युग माना जाता है। बंगाल ने नौवीं और बारहवीं शताब्दी के बीच बहुत अधिक मूर्तिकला का कार्य देखा। पश्चिम बंगाल की मंदिर मूर्तिकला की विशेषताएं टेराकोटा, बांस हैं। इन मंदिरों के नियमित वास्तुशिल्प तत्वों में डबल मंदिर संरचना या ‘जोर बंगला’