चौथा मैसूर युद्ध
चौथा मैसूर युद्ध मैसूर के टीपू सुल्तान और फ्रांसीसी के गहरे संबंधों में उत्पन्न हुआ। 1798 में मैंगलोर में लगभग 100 फ्रांसीसी सैनिकों की उपस्थिती थी। इसी तरह टीपू को फ्रांसीसी पत्रों के अवरोधन ने सुझाव दिया कि फ्रांसीसी सेनाएं उसकी सहायता करने के लिए आ रही थीं। नतीजतन अंग्रेजों ने तीन महीने का अभियान