ब्रिटिश भारत में वानिकी का विकास
ब्रिटिश सरकार में वानिकी मे भी विकास हुआ। भारतीय जंगलों को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता थी, ताकि बाघ और लकड़ी की लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा हो सके। साथ ही ज्ञान और पहचान भी आवश्यक थी। इसलिए वानिकी और प्रबंधन में एक व्यवस्थित विकास की दिशा में ब्रिटिश पहल वास्तव में सराहनीय थी। 1855 में