भारत में ऊर्जा स्रोत
भारत में औद्योगिक युग की शुरुआत के साथ विशाल मशीनों को चलाने के लिए ऊर्जा के स्रोतों को प्रमुखता मिली। लकड़ी का ईंधन केवल घरेलू उपयोग तक ही सीमित था और वह भी ग्रामीण क्षेत्रों में था। कोयला जो पहले से ही उपयोग में था, वह अत्यधिक मूल्य वाली वस्तु बन गया। द्वितीय विश्व युद्ध