खिलाफत आंदोलन
खिलाफत आंदोलन 1919 में मुख्य रूप से राजनीतिक अभियान के रूप में शुरू किया गया था। खिलाफत आंदोलन मुख्य रूप से मुसलमानों द्वारा शुरू किया गया था, ताकि विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन से ओटोमन साम्राज्य की रक्षा की जा सके। इस दौरान रौलेट एक्ट आया और जलियाँवाला बाग नरसनहार भी हुआ। टर्की के सुल्तान