19वीं सदी में भारतीय समाज सुधार
आधुनिक भारत के सभी सुधार आंदोलनों ने महिलाओं के उत्थान की वकालत की है। 1829 में सती प्रथा को गैरकानूनी घोषित किया गया था। बाल विवाह जैसी बुराई अब हिंदू समाज के शिक्षित वर्गों से लगभग गायब हो गई है। 1856 में विधवा पुनर्विवाह को वैध कर दिया गया था। आधुनिक समय में महिलाओं में