महर्षि दयानंद सरस्वती (Dayananda Saraswati) की जयंती मनाई गई

महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती 26 फरवरी, 2022 को मनाई गई। मुख्य बिंदु महर्षि दयानंद सरस्वती का जन्म 12 फरवरी, 1824 को हुआ था। पारंपरिक हिंदू कैलेंडर के अनुसार, उनका जन्म फाल्गुन कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को हुआ था। इस प्रकार 2022 में यह अवसर 26 फरवरी को मनाया गया। यह दिवस कैसे मनाया जाता है?

कनाडा में पौधे से निर्मित पहला COVID वैक्सीन बनाया गया

कनाडा दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने पौधा-आधारित COVID-19 वैक्सीन के उपयोग को अधिकृत किया है। मेडिकैगो (Medicago) का दो डोज़ वाला टीका 18 से 64 वर्ष की आयु के वयस्कों को दिया जा सकता है। मुख्य बिंदु  इस वैक्सीन को अधिकृत करने का निर्णय 24,000 वयस्कों पर किए गए एक अध्ययन पर

 28 फरवरी : राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day)

प्रतिवर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है, इसका उद्देश्य लोगों में विज्ञान के महत्व और इसके अनुप्रयोग का संदेश फैलाना है। महत्व 28 फरवरी, 1928 को भौतिक विज्ञानी सी.वी. रमन द्वारा रमन प्रभाव की खोज को चिह्नित करने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। इस खोज के लिए सी.वी. रमन

विदेशी आक्रमणों के कारण

भारत में विदेशी आक्रमण के कारणों को भारत की आकर्षक अर्थव्यवस्था, इसकी राजनीतिक कमजोरियों और भारतीय समाज की नाजुक व्यवस्था सहित कई कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। अरबों और तुर्कों के आक्रमणों ने भारत में विदेशी आक्रमण की शुरुआत को चिह्नित किया। इस्लाम का उदय और विकास भारत के मध्यकालीन इतिहास की

मध्यकालीन विदेशी आक्रमण

मध्यकाल के दौरान भारत में विदेशी आक्रमण भारतीय शासकों की अस्थिरता का परिणाम था। इसकी शुरुआत राजपूत साम्राज्य के कमजोर होने के साथ हुई। आंतरिक संघर्षों ने मध्ययुगीन काल में पतन को चिह्नित किया। इसने विदेशी आक्रमण की नींव रखी और इस अवधि में अरबों और तुर्कों ने भारत पर आक्रमण किया। भारत में मुस्लिम