रामस्नेही संप्रदाय
रामचरणजी (1719-1798) का जन्म जयपुर के सोडा नामक ग्राम में एक बीजवर्गीय वैश्य परिवार में हुआ था। उन्होंने संतदासजी गुडद पंथी के शिष्य दंतदा के कृपाराम से दीक्षा ली। रामचरणजी ने 1758 में ‘गुड़ाद’ परिधान छोड़ दिया और 1760 में भीलवाड़ा आ गए जहां उन्होंने उसी वर्ष राम स्नेही संप्रदाय की स्थापना की थी। उनके