रसिक सम्प्रदाय
स्वामी रामानन्द ने रसिक सम्प्रदाय की स्थापना की। उन्होंने उत्तर भारत में सामाजिक, धार्मिक और भक्ति के क्षेत्रों में प्रगतिशील विचारधाराओं का प्रचार किया था। इन्होंने बिना किसी जाति भेद के सभी के लिए भक्ति का द्वार खोल दिया। वे रामभक्ति के प्रथम आचार्य थे, जिन्होंने ‘ज्ञान’ और ‘कर्म’ को अधिक महत्व नहीं दिया। वे