मध्यकालीन राजस्थानी जैन काव्य
मध्यकाल में जैन काव्य का मुख्य उद्देश्य ज्ञान की खोज, धर्म का प्रचार और चरित्र निर्माण था। चरित, कथा और अख्यान काव्य जीवनी और अनिवार्य रूप से कथात्मक हैं। कहानियाँ मुख्य रूप से जैन परंपरा से ली गई हैं। कुछ लोकप्रिय लोक-कथाएँ हैं जिन्हें जैन जीवन शैली के अनुसार ढाला गया है। इन उद्देश्यों की