चारण कविता
राजस्थानी साहित्य को आकार देने में चारण कविता का योगदान अमूल्य रहा है। चारण शैली काव्य राजस्थान में प्राचीन और मध्यकालीन दोनों युगों में विकसित हुआ। राजस्थानी कविता के इस रूप का नाम चारण समुदाय के नाम पर रखा गया है। चारण और राजपूतों के बीच संबंध इतिहास में बहुत गहरे थे। चारण कवि अपने