गुप्त साम्राज्य में साहित्य
गुप्त साम्राज्य के अधीन साहित्य नाट्यशास्त्र, कविता और साहित्यिक सिद्धांत के अध्ययन का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया। ऋषि नारद का प्रसिद्ध नाट्यशास्त्र गुप्त काल का है। माना जाता है कि नाट्यशास्त्र की रचना गुप्त काल में ही हुई थी, लेकिन इसने नृत्य, नाटक और संगीत की उत्प्रेरक नींव के रूप में कार्य किया। रचनात्मक