Performance Grading Index for Districts (PGI-D) जारी किया गया
स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSE&L) ने जिलों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI-D) जारी करके शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित इस व्यापक रिपोर्ट का उद्देश्य जिला स्तर पर स्कूलों के प्रदर्शन का आकलन करना है।
जिलों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI-D)
जिलों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग सूचकांक (PGI-D) एक अभूतपूर्व रिपोर्ट है जो देश भर के विभिन्न जिलों में शिक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करती है।
PGI-D से अंतर्दृष्टि
- शिक्षा का पैमाना: भारतीय शिक्षा प्रणाली एक प्रभावशाली नेटवर्क का दावा करती है, जिसमें लगभग 14.9 लाख (या 1,490,000) स्कूल विविध सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के लगभग 26.5 करोड़ (या 265 मिलियन) छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं।
- शिक्षक: इस विशाल शैक्षिक परिदृश्य का समर्थन करने के लिए, लगभग 95 लाख (या 9.5 मिलियन) समर्पित शिक्षक ज्ञान प्रदान करने और युवा दिमाग को आकार देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
- PGI-D संरचना: PGI-D 83-सूचक-आधारित ग्रेडिंग प्रणाली का उपयोग करता है जो छह श्रेणियों और 12 डोमेन के अंतर्गत आता है। इन श्रेणियों में परिणाम, प्रभावी शिक्षा, बुनियादी ढांचा सुविधाएं और छात्र के अधिकार, स्कूल सुरक्षा और बाल संरक्षण, डिजिटल लर्निंग और शासन प्रक्रिया शामिल हैं।
- ग्रेडिंग प्रणाली: PGI-D जिलों को दस के पैमाने पर ग्रेड देता है। उच्चतम ग्रेड, दक्ष, कुल अंकों के 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले जिलों द्वारा प्राप्त किया जाता है, जबकि निम्नतम ग्रेड, आकांशी-3, कुल अंकों के 10% तक स्कोर का प्रतिनिधित्व करता है।
उद्देश्य एवं प्रभाव
PGI-D का अंतिम उद्देश्य जिलों को उनके प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए हस्तक्षेप की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान करने और प्राथमिकता देने के लिए सशक्त बनाना है। पहचाने गए डोमेन और श्रेणियों पर ध्यान केंद्रित करके, जिले शैक्षिक परिणामों में सुधार के लिए सक्रिय उपाय कर सकते हैं, जिससे छात्रों के लिए समग्र और गुणवत्तापूर्ण सीखने का अनुभव सुनिश्चित हो सके।
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