PM CARES Fund से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की खरीद को मंज़ूरी दी गयी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में PM-CARES Fund से एक लाख ऑक्सीजन पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद को मंजूरी दी।
ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट्स
- प्रारंभ में, PM CARES Fund के तहत 162 Pressure Swing Adsorption Oxygen Generation Plants को मंजूरी दी गई थी। बाद में इसे बढ़ाकर 551 किया गया।
- अब तक, PM CARES Fund के तहत 1,213 Pressure Swing Adsorption Oxygen Generation Plants को मंजूरी दी गई है।
- फ्रांस, ब्रिटेन और कई अन्य देश ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की आपूर्ति करके भारत की मदद के लिए आगे आए हैं।राहत सामग्री को तुरंत क्लियर करने के लिए और इसे समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समूह का गठन किया गया है।
भारत भारी ऑक्सीजन संकट का सामना क्यों कर रहा है?
- भारत में अधिकांश ऑक्सीजन उत्पादक संयंत्र देश के पूर्वी भाग में स्थित हैं।वे मुंबई और दिल्ली से हज़ार मील दूर हैं।
- ऑक्सीजन परिवहन के लिए आसान नहीं है।इसे या तो ट्रेनों द्वारा या सड़कों द्वारा ले जाया जाना चाहिए। इसे विमानों पर नहीं ले जाया जा सकता।
- क्रायोजेनिक टैंक जिसमें संपीड़ित ऑक्सीजन रखा जाता है उन्हें जल्दी से निर्मित नहीं किया जा सकता है।इसके उत्पादन में लगभग चार से छह महीने लगते हैं।
COVID-19 के साथ ऑक्सीजन का स्तर कम क्यों हैं?
COVID-19 वायरस हाइपोक्सिया का कारण बनता है। हाइपोक्सिया का अर्थ सांस लेने में कठिनाई है। स्वस्थ फेफड़े रक्त स्तर ऑक्सीजन को 95% से 100% तक बनाए रखता है। जब रक्त स्तर ऑक्सीजन 92% से कम हो जाता है तो यह चिंता का कारण बनता है और ऐसी स्थिति में पूरक ऑक्सीजन प्रदान की जानी चाहिए।
COVID-19 वायरस फेफड़ों की कोशिकाओं को प्रभावित करता है।
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