RBI की मौद्रिक नीति (RBI Monetary Policy) : मुख्य बिंदु
7 अप्रैल, 2021 को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के परिणाम की घोषणा की।
मुख्य बिंदु
- रेपो रेट को 4% पर अपरिवर्तित रखा गया है।
- रिवर्स रेपो दर को 35% पर रखा गया है।
- वित्त वर्ष 2022 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि के 5% रहने का अनुमान है।
- 2022 के CPI के 1% होने का अनुमान है।
- MSF दर को 25% पर अपरिवर्तित रखा गया है।
- बैंक दर को 25% पर अपरिवर्तित रखा गया है।
- आरबीआई G-Sec Acquisition Programme के तहत 1 लाख करोड़ रुपये की G-Sec खरीदेगी।
- आरबीआई ने केंद्र के ‘Ways and Means Advances’ में 46% की बढ़ोतरी की है। वर्तमान सीमा 32,225 करोड़ रुपये है। इसे बढ़ाकर अब 47,010 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
- पेमेंट बैंकों के लिए पे बैलेंस की अधिकतम सीमा को दोगुना कर 2 लाख रुपये कर दिया गया है।
- 2021-22 में नाबार्ड, सिडबी और एनएचबी के लिए 50,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता सुविधा घोषित की गयी है।
- अनाज की कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है।
रेपो दर (Repo Rate)
रेपो दर वह दर है जिस पर भारतीय रिज़र्व बैंक देश के वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है।
रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
रिवर्स रेपो दर वह दर है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक देश में वाणिज्यिक बैंकों से पैसा उधार लेता है।
CPI
CPI का अर्थ Consumer Price Index (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) है। यह वह उपाय है जो घरों द्वारा खरीदी गई वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों के भारित औसत की जांच करता है।
MSF दर
MSF का अर्थ Marginal Standing Facility (सीमांत स्थायी सुविधा) है। यह वह दर है जिस पर RBI सरकारी प्रतिभूतियों के खिलाफ अनुसूचित बैंकों को धनराशि देता है।
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