UGC ने National Higher Educational Qualification Framework का मसौदा जारी किया
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission – UGC) ने हाल ही में उच्च शिक्षा योग्यता के लिए मसौदा फ्रेमवर्क (Framework for Higher Education Qualification) जारी की। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक हिस्सा है। देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को इस नए ढांचे के तहत लाया जायेगा।
नया फ्रेमवर्क क्यों?
- पारदर्शिता की सुविधा के लिए
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तुलनीय ढांचा बनाने के लिए
- देश में उच्च शिक्षा प्रणाली के बढ़ते आकार की जरूरतों को पूरा करने के लिए
फ्रेमवर्क
यह सभी उच्च शिक्षा के छात्रों के लिए एक पाठ्यक्रम या एक सामान्य पाठ्यक्रम को बढ़ावा नहीं देगा। बल्कि, फ्रेमवर्क यह सुनिश्चित करेगा कि देश की सभी शिक्षा प्रणालियाँ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रही हैं। यह देश में उच्च शिक्षा प्रणाली के लिए एक प्रदर्शन बेंचमार्क बनाएगा।
छात्रों के सीखने के परिणाम का आकलन करने के लिए फ्रेमवर्क ने विभिन्न स्तरों का निर्माण किया है। स्तर 5 एक यूजी कार्यक्रम में प्रथम वर्ष के छात्र के सीखने के परिणाम का प्रतिनिधित्व करता है। स्तर 10 डॉक्टरेट स्तर के कार्यक्रम में एक छात्र के सीखने के परिणाम का प्रतिनिधित्व करता है।
प्रत्येक स्तर पर, छात्रों का मूल्यांकन निम्नलिखित के आधार पर किया जायेगा:
- निर्णय लेने की क्षमता
- ज्ञान और कौशल का अनुप्रयोग
- संज्ञानात्मक और तकनीकी कौशल
- रोजगार के लिए तैयार कौशल
- उद्यमिता कौशल
- ज्ञान व समझ
इस फ्रेमवर्क में क्रेडिट कैसे तय किए जाते हैं?
इस फ्रेमवर्क ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर कार्यक्रम के क्रेडिट तय किए हैं। यूजी, पीजी और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के लिए विभिन्न स्तर के क्रेडिट तय किए गए हैं। प्रमाण पत्र के साथ यूजी कार्यक्रम छोड़ने के इच्छुक छात्रों के पास कम से कम 40 क्रेडिट होने चाहिए। दो साल के बाद डिप्लोमा के साथ कार्यक्रम छोड़ने वाले छात्रों के पास 80 क्रेडिट होने चाहिए। छात्रों को तीन साल के बाद छोड़ने के लिए 120 क्रेडिट होने चाहिए और चार साल के यूजी के बाद ऑनर्स छोड़ने वालों के पास 160 क्रेडिट होने चाहिए।
Categories: राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
Tags:National Higher Educational Qualification Framework , UGC , University Grants Commission , उच्च शिक्षा योग्यता के लिए मसौदा रूपरेखा , विश्वविद्यालय अनुदान आयोग
बहुत अच्छा है
Would a one year masters from Europe after four year BSc from India be recognised in India?
Would there be any advantage of doing 160 credits in BSc in four years over 120 credits course in three years?
Regards.
UGC mh 50% vale bhi appply kr skte ha
Don’t pursue it…I have enrolled in a ugc sponsored course under National skill qualification and framework for accounting and taxation diploma..which was a one year course & they took 3500each from 50 students…and it’s been more than 1year 5 months and not even single class has been conducted till now…they are just providing lame excuses… neither ugc is reachable nor the college is responding anything about the course…so think 1000 times before enrolling in the course…