अमेरिका ने चीन से कपास आयात पर रोक लगाई : मुख्य बिंदु
अमेरिका ने हाल ही में ने चीन के शिनजियांग के पश्चिमी क्षेत्र पर आर्थिक दबाव डालना शुरू कर दिया है। अमेरिका ने चीन के अर्ध-सैन्य संगठन से कपास के आयात पर रोक लगा दी है। ऐसा इसलिय किया गया है क्योंकि यह संगठन हिरासत में लिए गए उइघुर मुसलमानों से जबरन कार्य करवाने में शामिल है।
मुख्य बिंदु
- Xinjiang Production and Construction Corps (XPCC) चीन का प्रमुख कपास उत्पादक है।
- गौरतलब है कि यह कदम ट्रम्प प्रशासन द्वारा उठाया गया है जो कार्य के अंतिम सप्ताह में है।यह कदम चीन के खिलाफ अमेरिका की स्थिति को सख्त करने के लिए लिया गया है ताकि नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाईडेन के लिए दोनों देशों के बीच तनाव कम करना मुश्किल हो जाए।
ट्रम्प प्रशासन के हालिया निर्णय
पिछले कुछ दिनों में ट्रम्प प्रशासन ने प्रमुख सरकारी चीनी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई को बढ़ावा दिया है। अमेरिकी प्रौद्योगिकी और निवेश तक पहुंच पर प्रतिबंध लगा लगा दिया गया है।
चीन पर बाईडेन का रुख
जो बाईडेन ने अमेरिका के सहयोगियों के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है ताकि चीन पर मानवाधिकारों उल्लंघन को रोकने के लिए दबाव डाला जा सके।
उइगर मुसलमान
संयुक्त राष्ट्र ने विश्वसनीय रिपोर्टों में यह कहा है कि चीन में शिविरों में लगभग 1 मिलियन मुसलमानों को काम पर रखा गया है। लेकिन, चीन उइगरों की बदसलूकी से इनकार करता रहा है। चीन के अनुसार ये शिविर व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र हैं जो कि चरमपंथ से लड़ने के लिए ज़रूरी हैं।
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