इथियोपिया में आपातकाल की स्थिति : मुख्य बिंदु

इथियोपिया (Ethiopia) ने हाल ही में अमहारा (Amhara) क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से में आपातकाल की घोषणा की क्योंकि विभिन्न हिस्सों में हिंसा भड़क गई है। इथियोपिया में हिंसा में वृद्धि हुई है और जून में निर्धारित राष्ट्रीय चुनावों से पहले इथियोपिया के युद्ध-प्रभावित टाइग्रे (Tigray) क्षेत्र से बाहर भी असुरक्षा बढ़ रही है।

मुख्य बिंदु

एक मस्जिद के बाहर एक ओरोमो इमाम (Oromo Imam) की गोली मारकर हत्या करने के बाद क्षेत्र में हिंसा शुरू हुई। इससे ओरोमो नागरिकों और अमहारा सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष बढ़ गया। अमहारा क्षेत्र में अमहारा समूह का वर्चस्व है। दूसरी ओर, ओरोमो स्पेशल ज़ोन में ओरोमो लोगों की अधिक जनसँख्या है।

अमहारा और ओरोमो के बीच क्या मुद्दा है?

1991 तक, इथियोपिया की राजनीति में अमहारा का वर्चस्व था। हालाँकि, ओरोमो देश का सबसे बड़ा जातीय समूह था। इसने समूहों के बीच एक जातीय संघर्ष पैदा किया। इस संघर्ष के कारण, कई लोग शरणार्थी और स्थायी निवासियों के रूप में अमेरिका चले गए।

इथियोपिया संकट (Ethiopia Crisis)

इथियोपिया के टाइग्रे क्षेत्र पर शक्तिशाली टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (TPLF – Tigray People’s Liberation Front) का शासन है। 2018 में, इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद ने इरिट्रिया के साथ शांति स्थापित की जिसके लिए उन्होंने 2019 में नोबेल शांति पुरस्कार जीता। TPPLF इरिट्रिया को अपने दुश्मन के रूप में देखता है।

अगस्त 2020 में, अबी ने COVID-19 महामारी का हवाला देते हुए आम चुनाव 2021 तक के लिए टाल दिया। TPLF  ने उन पर सितंबर 2020 में टाइग्रे क्षेत्र में सत्ता हथियाने और चुनाव कराने का आरोप लगाया। इससे तनाव बढ़ गया।

इथियोपिया में जातीय विभाजन

टाइग्रे लोग इथियोपियाई आबादी का 6% हिस्सा बनाते हैं। ओरोमो की हिस्सेदारी 34% और अमहारा की हिस्सेदारी 27% है।

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