उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर तेजी से गर्म हो रहा है : केंद्र सरकार

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के MoS जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को बताया है कि उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर तेजी से गर्म हो रहा है। यह देखा गया है कि 1951 से 2015 की अवधि में समुद्र की सतह के तापमान में लगभग 1 डिग्री सेल्सियस की औसत वृद्धि हुई थी, जो प्रति दशक 0.15 डिग्री सेल्सियस के बराबर है।

मुख्य बिंदु 

  • लगातार जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री पर्यावरण को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
  • 2021 में हिंद महासागर में 52 दिनों की अवधि में छह समुद्री हीटवेव (marine heatwaves) देखी गई हैं।
  • मौसम संबंधी 6 घटनाओं में से बंगाल की खाड़ी को चार का सामना करना पड़ा।
  • पश्चिमी हिंद महासागर के क्षेत्र में, समुद्री हीटवेव घटनाओं में प्रति दशक 1.5 घटनाओं में वृद्धि देखी गई।

भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान द्वारा किया गया अध्ययन

भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) ने एक अध्ययन किया जिसमें विकट स्थिति पर प्रकाश डाला गया। इससे पता चला कि पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र में 66 समुद्री हीट वेव घटनाएं हुईं और 1982 से 2018 के बीच बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में 94 घटनाएं हुईं।

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र अंतर सरकारी पैनल (UN Intergovernmental Panel on Climate Change)

UN Intergovernmental Panel on Climate Change (IPCC) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में भारत के लिए चेतावनी जारी की गई थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सदी के अंत तक 12 भारतीय तटीय शहर जिनमें चेन्नई, मुंबई, विशाखापत्तनम और कोच्चि शामिल हैं, जलमग्न हो सकते हैं।

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