ओडिशा में बनाया जायेगा भारत का पहला थंडरस्टॉर्म रिसर्च टेस्टबेड
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार ओडिशा के बालासोर में देश का पहला आंधी-तूफ़ान अनुसंधान केंद्र (Thunderstorm Research Testbed) बनाया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
बालासोर में आंधी-तूफ़ान अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का उद्देश्य आसमानी के कारण जान-माल के नुकसान को कम करना है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पास एक प्रथम श्रेणी का मानसून परीक्षण केंद्र विकसित किया जा रहा है। ये घोषणाएँ IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने की। ये दोनों परियोजनाएँ इस समय योजना के चरण में हैं और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाई जा रही है।
थंडरस्टॉर्म परीक्षण केंद्र की स्थापना भारतीय मौसम विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से की जाएगी। DRDO, ISRO और IMD की बालासोर में पहले से ही अपनी इकाइयाँ हैं। अब, इस परियोजना के लिए, पास के क्षेत्रों में वेधशालाएँ स्थापित की जाएंगी।
हर साल ओडिशा में आसमानी बिजली गिरने के कारण औसतन 350 से अधिक लोग मारे जाते हैं। 2019-20 तक नौ वर्षों में आसमानी से कुल 3,218 लोग मारे गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
यह मौसम की भविष्यवाणी, मौसम संबंधी टिप्पणियों और भूकंपीय विज्ञान के लिए प्रमुख एजेंसी है। यह विभाग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत काम करता है। इसकी स्थापना वर्ष 1875 में हुई थी। इसका मुख्यालय दिल्ली में है।
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