कोविड-19 संकट के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 14 करोड़ गैस सिलिंडर मुफ्त में दिए गये

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि कोविड-19 संकट के दौरान योजना के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 14 करोड़ से अधिक मुफ्त सिलेंडर प्रदान किए गए।

भारत में एलपीजी की कीमतें

गैर-सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम एलपीजी गैस सिलेंडरों की कीमत प्रति सिलेंडर 694 रुपये है। वाणिज्यिक ग्राहकों को प्रति सिलेंडर 17 रुपये अतिरिक्त राशि का भुगतान करना होगा। साथ ही, दिल्ली में 19 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1332 रुपये के पिछले मूल्य की तुलना में बढ़कर 1349 रुपये हो गई है। कोलकाता में इस कीमत में 23 रुपये और चेन्नई में 17 रुपये की वृद्धि हुई है।

रसोई गैस की कीमत बढ़ने का कारण

तेल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने के पहले दिन गैस सिलेंडर की कीमतों में संशोधन करती हैं। यह मूल्य संशोधन अंतर्राष्ट्रीय बाजार दरों पर आधारित है। हालिया मूल्य वृद्धि अंतरराष्ट्रीय मूल्य परिवर्तनों में बदलाव के कारण हुई है।

भारत में एलपीजी की कीमतें कैसे तय की जाती हैं?

भारत में एलपीजी मूल्य निर्धारण समता मूल्य (Import Parity Price) के आधार पर किया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों के आधार पर आयात समानता मूल्य निर्धारित किया जाता है। यह सऊदी अरब के अरामको की एलपीजी कीमतों पर आधारित है। इसमें मुफ्त ऑन-बोर्ड मूल्य, कस्टम ड्यूटी, परिवहन शुल्क, बीमा, पोर्ट बकाया आदि शामिल हैं। गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की खुदरा बिक्री मूल्य में अंतर्देशीय अधिकार, जीएसटी, बॉटलिंग शुल्क, विपणन लागत और मार्जिन की लागत शामिल है।

इसलिए, रुपये के कमजोर प्रदर्शन से भारत में एलपीजी की कीमतें भी बढ़ेंगी। हाल के कुछ महीनों में मौजूदा मूल्य वृद्धि इसी कारण से है।

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