न्यू अटलांटिक चार्टर (New Atlantic Charter) क्या है?

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने हाल ही में कॉर्नवाल में बैठक की और अटलांटिक चार्टर से संबंधित दस्तावेजों का निरीक्षण किया और “न्यू अटलांटिक चार्टर” (New Atlantic Charter) नामक एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।

न्यू अटलांटिक चार्टर (New Atlantic Charter) क्या है?

न्यू अटलांटिक चार्टर नामक एक समझौते पर 10 जून, 2021 को बोरिस जॉनसन और जो बाईडेन के बीच हस्ताक्षर किए गए। यह 1941 के अटलांटिक चार्टर का एक नया संस्करण है। पश्चिमी गठबंधन को फिर से परिभाषित करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।

न्यू अटलांटिक चार्टर के उद्देश्य

लोकतंत्र के सिद्धांतों और संस्थानों की रक्षा करने और संस्थानों को मजबूत और अनुकूलित करने के उद्देश्य से न्यू अटलांटिक चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह चार्टर संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के सिद्धांतों पर एकजुट करने का प्रयास करता है। यह साइबर खतरों के खिलाफ भी सामूहिक सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता बनाए रखने का प्रयास करेगा। यह सभी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई में जलवायु परिवर्तन को प्राथमिकता देता है।

अटलांटिक चार्टर (Atlantic Charter) क्या है?

अटलांटिक चार्टर ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill) और अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट (Franklin D. Roosevelt) द्वारा अगस्त, 1941 में हस्ताक्षरित एक घोषणा है। यह चार्टर मुक्त व्यापार, निरस्त्रीकरण और सभी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार जैसे सामान्य लक्ष्य निर्धारित करता है। इसे अक्सर ट्रांस-अटलांटिक विशेष संबंधों की आधारशिला (cornerstone of trans-Atlantic special relationship) कहा जाता है। इस चार्टर ने ब्रिटिश साम्राज्य को समाप्त कर दिया और नाटो और टैरिफ एंड ट्रेड पर सामान्य समझौता (General Agreement on Tariffs and Trade – GATT) का गठन किया।

Categories:

Tags: , , , , , , , , , , , ,

Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *