पश्चिमी घाट पर IUCN वर्ल्ड हेरिटेज आउटलुक 3 : मुख्य बिंदु

हाल ही में IUCN वर्ल्ड हेरिटेज आउटलुक 3 जारी की गयी। इस रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि पश्चिमी घाटों सहित दुनिया के252 प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों का संरक्षण उन्हें लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त है अथवा नहीं।

मुख्य बिंदु

यूनेस्को ने 2012 में त पश्चिमी घाट को एक प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल के रूप में चिह्नित किया था। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) की रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिणी भारत के इस विरासत स्थल पर जनसंख्या दबाव, शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन का खतरा है।

रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिमी घाट में पर्वत श्रृंखला का संरक्षण दृष्टिकोण चिंता का विषय है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पश्चिमी घाट में सड़कों के निर्माण, मौजूदा सड़कों के चौड़ीकरण आदि के कारण  वन्यजीव गलियारों और संरक्षित क्षेत्रों के बाहर अन्य निवास स्थान की उपलब्धता कम हो रही है।

इस रिपोर्ट के अनुसार शहरीकरण, कृषि विस्तार, पशुधन चराई इत्यादि भी पश्चिमी घाट की प्रजातियों और आवासों के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है।

‘महत्वपूर्ण चिंता ‘का क्या मतलब है?

जब किसी स्थान का संरक्षण दृष्टिकोण (conservation outlook) ‘महत्वपूर्ण चिंता’ का विषय होता है, तो उस स्थान के मूल्यों को खतरे में माना जाता है। इसके लिए अतिरिक्त संरक्षण उपायों की आवश्यकता होती है।

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