भारत इस साल लांच करेगा आदित्य – L1 सौर मिशन (Aditya – L1 Solar Mission)
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन एक अंतरिक्ष परियोजना पर काम कर रहा है जो सूर्य का अध्ययन करेगी। इस प्रोजेक्ट का नाम आदित्य एल1 है। हाल ही में इसरो के अध्यक्ष ने घोषणा की कि अंतरिक्ष यान को इस साल जून या जुलाई में लॉन्च किया जाएगा। आदित्य अंतरिक्ष यान सौर चुंबकीय तूफानों और पृथ्वी पर सौर वातावरण के प्रभाव का अध्ययन करेगा।
आदित्य L1
- यह अंतरिक्ष यान निम्नलिखित अध्ययन करेगा:
- सौर पवनें: ये पवनें सूर्य के प्लाज्मा के विस्तार के कारण उत्पन्न होती हैं
- सूर्य का फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर
- सूर्य का कोरोना
- सूर्य के ऊर्जावान कण
कोरोना हीटिंग का अध्ययन
कोरोनल हीटिंग: इस सवाल का हल वैज्ञानिकों को अभी तक नहीं मिला है। सूर्य के कोरोना का तापमान एक लाख केल्विन क्यों है, लेकिन उसके कोर का तापमान केवल हजारों केल्विन है? इसे आम तौर पर कोरोना हीटिंग समस्या (corona heating problem) कहा जाता है। यह अंतरिक्ष यान भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को कोरोनल हीटिंग समस्या का समाधान खोजने में मदद करेगा।
कोरोनल मैग्नेटोमेट्री का अध्ययन
सूर्य की सबसे बाहरी परत को कोरोना कहा जाता है। कोरोना में आयनित प्लाज्मा होता है। ये आयन अपने चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र ले जाते हैं। यह कोरोना को चुंबकीय बनाता है। सूर्य के कोरोना में चुंबकीय क्षेत्र के अध्ययन को कोरोनल मैग्नेटोमेट्री (coronal magnetometry) कहा जाता है।
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