भारत 3 बिलियन डॉलर की प्रारंभिक पूंजी के साथ नई DFI की स्थापना करेगा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत अगले तीन वर्षों में 69 बिलियन डॉलर के ऋण लक्ष्य के साथ लगभग 3 बिलियन डॉलर की प्रारंभिक भुगतान पूंजी के साथ एक नया विकास वित्तीय संस्थान (Development Finance Institution) स्थापित करने जा रहा है।

विकास वित्त संस्थान (Development Finance Institution-DFI)

दीर्घकालिक वित्त जुटाने के लिए विकास वित्त संस्थान की स्थापना की जाएगी। 10 वर्षों की अवधि के लिए DFI पर कुछ कर लाभ भी होंगे। DFI में एक पेशेवर बोर्ड शामिल होगा जिसमें 50 प्रतिशत सदस्य गैर-आधिकारिक निदेशक होंगे। इसके तहत प्रारंभिक अनुदान 5,000 करोड़ रुपये की होगी।  शुरुआती चरण में, नए संस्थान का स्वामित्व सरकार के पास होगा जबकि बाद के चरण में, सरकार की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत तक कम की जाएगी।

DFI का महत्व

सरकार डीएफआई को प्रतिभूतियां जारी करने की भी योजना बना रही है जो बदले में फंड्स की लागत को कम करने में मदद करेगी। इससे संस्था को कई स्रोतों से प्रारंभिक पूंजी और फंड प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यह भारत में बांड बाजार पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। यह संस्थान नई परियोजनाओं में निवेश करने के लिए वैश्विक पेंशन और बीमा क्षेत्रों से धन जुटाने का प्रयास भी करेगा।

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