यूरोपीय संघ ने फाइजर-बायोएनटेक के कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी
हाल ही में यूरोपीय संघ ने फाइजर और बायोएनटेक द्वारा विकसित कोरोनोवायरस वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि इस सप्ताह के अंत में शुरू होने वाले यूरोपीय संघ के सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम का पहला चरण शुरू होगा। वैक्सीन द्वारा सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के बाद यूरोपीय संघ के कार्यकारी आयोग ने इसे मंज़ूरी दे दी है। यूरोपीय संघ में टीकाकरण 27 दिसम्बर को शुरू होगा और इसके लिए डोज़ की आपूर्ति बेल्जियम में फाइजर के विनिर्माण प्लांट से की जायेगी।
फाइजर वैक्सीन
फाइजर ने 43,538 प्रतिभागियों के बीच 94 से अधिक COVID-19 संक्रमणों का मूल्यांकन किया। फाइजर वैक्सीन mRNA तकनीक का उपयोग करता है। यह COVID-19 वैक्सीन के लिए यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा निर्धारित 50% प्रभावशीलता से अधिक हासिल करने में सफल रहा हिया।
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन फाइजर वैक्सीन से बेहतर क्यों है?
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ने फाइजर वैक्सीन की तुलना में बेहतर प्रभावकारिता दिखाई है। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के विपरीत मॉडर्ना और फाइजर बायोएनटेक वैक्सीन का परिवहन -20 से -80 डिग्री सेल्सियस तापमान पर किया जाना चाहिए। जबकि ऑक्सफोर्ड के टीके सामान्य दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर रेफ्रिजरेट किए जा सकते हैं।
फाइजर को अनिवार्य रूप से डिज़ाइन किए गए “थर्मल शिपर” में अपने टीके को अनिवार्य रूप से वितरित करना पड़ता है जो -80 डिग्री सेल्सियस को बनाए रखने के लिए शुष्क बर्फ का उपयोग करता है।
इसके अलावा, हाल ही में यह साबित हुआ कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की आधी खुराक से उच्च सुरक्षा मिलने की संभावना है। इससे आम जनता के लिए अधिक खुराक उपलब्ध हो सकेगी।
Categories: अंतर्राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
Tags:BioNTech , Moderna , Pfizer , Pfizer Vaccine , SII , ऑक्सफोर्ड वैक्सीन फाइजर वैक्सीन से बेहतर क्यों है? , फाइजर , बायोएनटेक , मॉडर्ना , यूरोपीय संघ