2020 में 2.9 लाख से अधिक डिजिटल बैंकिंग-साइबर अपराध की घटनाएं दर्ज की गईं

4 फरवरी को संसद में सूचित किया गया कि वर्ष 2020 में डिजिटल बैंकिंग से संबंधित 2.9 लाख से अधिक साइबर अपराध की घटनाएं दर्ज की गईं।

मुख्य बिंदु

भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (Indian Computer Emergency Response Team – CERT-In) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 में डिजिटल बैंकिंग से संबंधित कुल 2,90,445 साइबर अपराध की घटनाएं हुईं। दूसरी ओर, वर्ष 2018 में 1,59,761 और 2019 में 2,46,514 घटनाएं हुईं थी। इन साइबर सुरक्षा घटनाओं में नेटवर्क स्कैनिंग और प्रोबिंग, वायरस, फ़िशिंग हमले और वेबसाइट हैकिंग शामिल हैं।

डिजिटल लेनदेन में वृद्धि

ई-कॉमर्स के साथ-साथ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) की बढ़ती लोकप्रियता के कारण डिजिटल भुगतान का दायरा अब काफी बढ़ गया है। 2018-19 की तुलना में 2020 में डिजिटल लेनदेन 46% बढ़ गया है। वित्त वर्ष 2018-19 में 3,134 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में डिजिटल लेनदेन की संख्या बढ़कर 4,572 करोड़ हो गई है।

ब्लॉक की गयी वेबसाइटे/खाते

वर्ष 2020 में कुल 9,849 वेबसाइट/वेबपेज/अकाउंट ब्लॉक किए गए। इससे पहले 2019 में 3,635 वेबसाइट/वेबपेज/अकाउंट्स ब्लॉक किए गए थे।

आईटी एक्ट-धारा 69

आईटी अधिनियम की धारा 69A सरकार को भारत की संप्रभुता और अखंडता,  सुरक्षा और देश के हित में किसी भी कंप्यूटर संसाधन में संचारित, प्राप्त, उत्पन्न, होस्ट या संग्रहीत किसी भी जानकारी को ब्लॉक करने की शक्ति देती है।

धोखाधड़ी के मामले

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में साइबर धोखाधड़ी के तहत कुल 6,233 मामले दर्ज किए गए थे। वर्ष 2018 और 2017 के दौरान साइबर धोखाधड़ी के तहत दर्ज मामलों की संख्या 6,233 थी, जबकि वर्ष 2019 और 2017 में क्रमशः 3,353 और 3,466 थी।

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