21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (World Down Syndrome Day) मनाया गया

21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (World Down Syndrome Day) मनाया जाता है। यह दिन 2006 से प्रतिवर्ष मनाया जाता है।

मुख्य बिंदु 

  • 21 मार्च को इस दिन को मनाने के लिए चुना गया था क्योंकि 21वें गुणसूत्र (chromosome) के तीन गुना होने का प्रतीक है जिसके कारण डाउन सिंड्रोम होता है।
  • डाउन सिंड्रोम के बारे में जन जागरूकता पैदा करने के लिए प्रतिवर्ष विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस मनाया जाता है।
  • डाउन सिंड्रोम वाले शिशुओं में एक अतिरिक्त गुणसूत्र (chromosome) होता है जो शरीर के साथ-साथ बच्चे के मस्तिष्क के विकास को भी बदलता है। डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों के शरीर में एक अतिरिक्त क्रोमोसोम मौजूद होता है जिसे क्रोमोसोम 21 कहा जाता है।
  • डाउन सिंड्रोम वाले लोगों का IQ आमतौर पर कम होता है और वे अन्य बच्चों की तुलना में धीरे-धीरे बोलते हैं।

इस दिन का इतिहास

यह दिन पहली बार 2006 में मनाया गया था। उस वर्ष ब्राजीलियाई फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ डाउन सिंड्रोम ने डाउन सिंड्रोम इंटरनेशनल के साथ मिलकर इस बीमारी के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए एक अभियान शुरू किया था।

2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 मार्च को प्रतिवर्ष विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस मनाने का प्रस्ताव अपनाया था।

2022 की थीम

इस वर्ष, इस दिवस की थीम “Inclusion Means” है। इस विषय का चयन इसलिए किया गया है ताकि डाउन सिंड्रोम वाले लोगों को शामिल करने का प्रयास किया जा सके और उनके साथ भेदभाव समाप्त किया जा सके।

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