प्रीपेड भुगतान उपकरण (Prepaid Payment Instruments) क्या हैं?
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में प्रीपेड भुगतान उपकरण में तीन मुख्य बदलाव किए हैं।
प्रीपेड भुगतान उपकरण (Prepaid Payment Instruments) क्या हैं?
प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स या PPI ऐसे साधन हैं जिनके माध्यम से ऐसे उपकरणों में स्टोर किये गये मूल्य से सामान और सेवाओं की खरीद की जाएगी। प्रीपेड उपकरणों को प्रीपेड राशि तक पहुंचने के लिए मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड, स्मार्ट कार्ड, इंटरनेट खाते, मोबाइल खाते, ऑनलाइन वॉलेट, पेपर वाउचर या किसी अन्य उपकरण के रूप में उपयोग किया जाता है।
प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) में RBI द्वारा किए गए तीन बदलाव
2018 में, PPI को इंटरऑपरेबल बनने का विकल्प प्रदान किया गया था। इस विकल्प के तहत, एक कंपनी के ग्राहक दूसरी कंपनी या बैंक या पीपीआई के ग्राहकों को धन भेज सकेंगे। RBI ने यह विकल्प केवल उन्हीं मामलों में प्रदान किया है जहाँ पूर्ण केवाईसी किया जाता है। दो साल बाद भी, केवाईसी (Know Your Customer) पीपीआई की ओर माइग्रेशन हासिल नहीं हुआ है।
इस प्रकार, पीपीआई के पूर्ण केवाईसी में माइग्रेशन को बढ़ाने के लिए, निम्नलिखित बदलाव पेश किए गए हैं
- PPI में बकाया राशि की सीमा को मौजूदा स्तर 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया जायेगा।
- गैर-बैंक पीपीआई जारीकर्ताओं के पूर्ण केवाईसी पीपीआई के लिए नकद निकासी की सुविधा की अनुमति है।
- RBI द्वारा संचालित केंद्रीयकृत भुगतान प्रणाली (NEFT और RTGS) की सदस्यता को गैर-बैंक जैसे केंद्रीय बैंक विनियमित भुगतान प्रणाली ऑपरेटरों के लिए खोला जायेगा।
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