INSACOG ने बूस्टर शॉट्स के लिए सलाह दी

INSACOG (Indian SARS CoV – 2 Genomics Consortium) ने हाल ही में एक COVID-19 वैक्सीन बूस्टर खुराक का सुझाव दिया। यह सलाह 40 साल से ऊपर के लोगों के लिए है।

INSACOG ने बूस्टर शॉट्स की सिफारिश क्यों की?

देश में ऑमिक्रॉन जोखिमों को बेअसर करने के लिए यह सलाह दी गई है। ऑमिक्रॉन एक COVID -19 संस्करण है जिसकी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका में पहचान की थी है। इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा “चिंताजनक संस्करण” घोषित किया गया था। INSACOG के अनुसार, देश में इसके प्रवेश के पहले चरणों में इस संस्करण की उपस्थिति का पता लगाना मुश्किल है।

बूस्टर शॉट्स क्या हैं?

बूस्टर शॉट टीके की अतिरिक्त खुराक हैं। मूल शॉट्स द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा कम होने के बाद बूस्टर शॉट्स लगाए जाते हैं। बूस्टर शॉट्स लोगों में प्रतिरक्षा स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं। सभी टीकों में बूस्टर शॉट होते हैं।

अतिरिक्त खुराक और बूस्टर शॉट्स में क्या अंतर है?

बूस्टर शॉट तब दिए जाते हैं जब कोई व्यक्ति अपनी वैक्सीन श्रृंखला पूरी कर लेता है। यह वायरस से सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रदान किया जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि समय के साथ वायरस से सुरक्षा कम हो जाती है। दूसरी ओर, गंभीर रूप से कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को अतिरिक्त खुराक दी जाती है। यह वैक्सीन के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया को बेहतर बनाने के लिए दिया जाता है। अतिरिक्त खुराक उन्हें दी जाती है जिन्होंने कैंसर का इलाज करवाया है अथवा इम्यूनोडिफ़िशिएंसी रोगों से पीड़ित लोगों, एचआईवी से पीड़ित हैं।

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