असम और मेघालय ने सीमा समझौते पर हस्ताक्षर किये

29 मार्च, 2022 को असम और मेघालय के बीच एक सीमा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे । इस नए हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (MoU) के साथ, मेघालय को 18.33 वर्ग किलोमीटर और असम को कुल 36.79 वर्ग किलोमीटर में से 18.46 वर्ग किलोमीटर का लाभ होगा। दोनों राज्यों के बीच मतभेदों के 12 में से 6 क्षेत्रों में समाधान किया गया है।

मुख्य बिंदु 

  • इस समझौता ज्ञापन पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के बीच हस्ताक्षर किए गए थे।
  • इस हस्ताक्षर के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।
  • दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए पिछले कुछ वर्षों में 50 बैठकें हो चुकी हैं।

समझौता

समझौता ज्ञापन को अंतर के छह क्षेत्रों के संबंध में एक पूर्ण और अंतिम समझौता माना जाएगा। उल्लिखित क्षेत्र प्रकृति में अनुमानित हैं जो स्थानिक प्रौद्योगिकियों (spatial technologies) का उपयोग करके किए गए टेबल-टॉप अभ्यास (table-top exercise) के आधार पर हैं। यह सीमा के सीमांकन और परिसीमन के लिए भारतीय सर्वेक्षण के विस्तृत सर्वेक्षण के दौरान अधिक सटीक रूप से निर्धारित किया जाएगा जो दोनों राज्य की संबंधित सरकारों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा।

मेघालय और असम के बीच अंतर के 12 क्षेत्रों में से 6 के संबंध में अंतर-राज्यीय सीमा के मामले को निपटाने के लिए इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

अंतर के 12 क्षेत्र (areas of difference)

अंतर के 12 क्षेत्रों में गिज़ांग, ताराबारी, लंगपीह (लुंपी), हाहिम, बोकलापारा, बोरदुआर, खानापारा-पिलंगकाटा, नोंगवाह-मवतमुर (गर्भभंगा), ब्लॉक- I और ब्लॉक- II, देशदूमरेह, खंडुली और सायर, और रातचेरा हैं।

गिज़ांग, ताराबारी, बोकलापारा, हाहिम, रातचेरा और खानापारा-पिलंगकाटा अंतर के 6 क्षेत्र हैं जिन्हें पहले चरण में ध्यान में रखा गया है।

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